दर्द भरी शायरी | Dard Bhari Shayari in hindi
दर्द भरी शायरी जो कछ था वो सब ले ही चकी थी तेरी चितबन।इक जान की बाकी है वो है नजरें नजर आज।। कौन हमारा दर्द बंटाये कौन हमारा थामे हाथ,उनके नगर में जगमग-जगमग अपने देश…
दर्द भरी शायरी जो कछ था वो सब ले ही चकी थी तेरी चितबन।इक जान की बाकी है वो है नजरें नजर आज।। कौन हमारा दर्द बंटाये कौन हमारा थामे हाथ,उनके नगर में जगमग-जगमग अपने देश…