Corona Shayari | कोरोना शायरी
इक्कीसवीं सदी में जो किसी ने ना सोचा था वह हो रहा है । दो-चार लोग नहीं, दो-चार शहरों या मुल्क नहीं बल्कि सारी दुनिया की तस्वीर बदल जाएगी। कोरोना के कारण इस बदलती दुनिया के…
इक्कीसवीं सदी में जो किसी ने ना सोचा था वह हो रहा है । दो-चार लोग नहीं, दो-चार शहरों या मुल्क नहीं बल्कि सारी दुनिया की तस्वीर बदल जाएगी। कोरोना के कारण इस बदलती दुनिया के…