Subhas Chandra Bose

आजादी मिलती नहीं बल्कि इसे छिनना पड़ता है.

तुम मुझे खून दो ,मैं तुम्हें आजादी दूंगा

याद रखो! हमारा सबसे बड़ा अपराध अन्याय को सहना और गलत के साथ समझौता करना है.

मुझे यह नहीं मालूम की स्वतंत्रता के इस युद्ध में हममे से कौन कौन जीवित बचेंगे ! परन्तु में यह जानता हूँ ,अंत में विजय हमारी ही होगी !

अगर आपको स्वदेशभिमान सीखना है तो एक मछली से सीखो जो अपने स्वदेशी पानी के लिए तड़फ-तडफ कर अपनी जान दे देती है.

आज हमारे अन्दर बस एक ही इच्छा होनी चाहिए, मरने की इच्छा ताकि भारत जी सके! एक शहीद की मौत मरने की इच्छा ताकि स्वतंत्रता का मार्ग शहीदों के खून से प्रशश्त हो सके.

समझोतापरस्ती बड़ी अपवित्र वस्तु है

मुझमे जन्मजात प्रतिभा तो नहीं थी ,परन्तु कठोर परिश्रम से बचने की प्रवृति मुझमे कभी नहीं रही

संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया ! मुझमे आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ ,जो पहले नहीं था

जीवन में प्रगति का आशय यह है की शंका संदेह उठते रहें और उनके समाधान के प्रयास का क्रम चलता रहे

अपनी ताकत में विश्वास करो उधार की ताकत आपके लिए घातक हो सकती है

किसी भी सच्चे सैनिक को सैन्य व आध्यात्म दोनों ही ज्ञान का प्रशिक्षण होना चाहिए.

