कारोबारी आरएन शेट्टी (RN Shetty) का गुरुवार को बेंगलुरु (Bengaluru) में निधन हो गया। उनके परिवार ने अनुसार शेट्टी की मौत हार्ट अटैक से हुई है। शेट्टी 92 साल के थे। वह अपने पीछे अपनी पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। आरएन शेट्टी का जन्म 15 अगस्त 1928 को उत्तर कन्नड़ के तटीय जिले मुरुदेश्वर में हुआ था। उनका पूरा नाम रामा नागप्पा शेट्टी था। उन्होंने सन 1961 में RN Shetty and Company की शुरुआत की थी।
अपनी इस कंपनी के जरिए ही वह इंफ्रास्ट्रक्चर के बिजनेस में उतरे थे। शेट्टी ने कर्नाटक और आस-पास के राज्यों में कई रेलवे टनल, डैम और कई बड़े पुलों का निर्माण किया है।निर्माण उद्योग में अपनी छाप छोड़ने के बाद उन्होंने शिक्षा और होटल के क्षेत्र में कदम रखा। वहां भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी।

कर्नाटक सरकार ने उनके काम के लिए उन्हें साल 2004 में विश्वेश्वरैया मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया। बेंगलुरु विश्वविद्यालय ने भी आरएन शेट्टी को डॉक्टर की उपाधि देकर सम्मानित किया था। शेट्टी की हिंदू धर्म में बहुत आस्था थी। शेट्टी के पूर्वजों ने मुरुदेश्वर मंदिर में सेवा की थी। शेट्टी ने ऐतिहासिक मुरुदेश्वर मंदिर का आधुनिकीकरण किया था।
उनके निधन पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा (B. S. Yediyurappa) ने भी शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि वह एक किसान परिवार से संबंध रखते थे। उन्होंने कई क्षेत्रों में कदम रखा। जिन-जिन क्षेत्रों में भी उन्होंने कदम रखा सभी में उन्होंने गहरी छाप छोड़ी है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी. देवगौड़ा (H. D. Deve Gowda) ने भी उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मुझें परोपकारी और व्यवसायी आरएन शेट्टी के निधन पर गहरा दुख है।